भारत और पाकिस्तान के बीच अंडर 19 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच कल भारतीय
समयानुसार सुबह 3 बजे से न्यूजीलैंड के क्राइस्टार्च में खेला जायेगा।
वैसे तो ये कम ही देखने को मिलता है कि वर्ल्ड कप के मैचों में भारत
को पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़े। भारत की सीनियर क्रिकेट टीम तो वर्ल्ड कप
के मुकाबले में पाकिस्तान से कभी नही हारी है, चाहे 50 ओवर की बात हो या टी20 की, लेकिन अंडर 19 के मैचों में भारत को 5 बार हार झेलनी पड़ी है। भारत की अंडर
19 टीम एक बार तो पाकिस्तान के हाथों शर्मनाक हार भी झेल चुकी है। वो भी फाइनल मैच में। जी
हां वर्ल्ड कप का एक मैच ऐसा भी है जहाँ भारत नें पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों के
आगे घुटने टेंक दिये थे। पाकिस्तान के तेज गेदबाजों ने भारत के 6 विकेट सिर्फ 9 रन
पर ही गिराकर सनसनी फैला दी थी।
इस मैच की दिलचस्प बात ये थी कि उस टीम में भी रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा,
रविंद
जडेजा और पीयुष चावला जैसे खिलाडी थे। हम बात कर रहे हैं, श्रीलंका में
हुये अंडर 19 वर्ल्ड कप की, जब पाकिस्तान ने फाइनल में भारत
को 110 रनों का मामूली लक्ष्य भी हासिल नही करने दिया था।
बात 2006 की है, पाकिस्तान अंडर 19 वर्ल्ड कप का गत विजेता था।
भारत और
पाकिस्तान की युवा टीम अंडर 19 वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में आमने-सामने थीं। पाकिस्तान
ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फ़ैसला किया, लेकिन उसका ये फैसला गलत साबित हुआ। भारतीय
स्पिनरों के आगे पाकिस्तान की टीम टिक नही सकी और सिर्फ 109 रन बनाकर आलआउट हो
गयी। उस समय के युवा रविन्द्र जडेजा ने 8 ओवरों में 16 रन देकर 3 विकेट झटके जबकि
पीयूष चावला ने 8 ओवरों में सिर्फ 8 रन देकर 4 विकेट हासिल किए।
पाकिस्तान के ओपनर नासिर जमशेद (18) और अली खान (10) ने पहले विकेट
के लिए 24 रन जोड़े लेकिन इसके बाद जडेजा और चावला ने अपना कहर बरपाया। रोहित शर्मा
ने भी 1 विकेट अपने हिस्से में डाला। जब पाकिस्तान की टीम 109 रनों पर सिमट गई तो
लगा कि भारत दूसरी बार चैंपियन बन जायेगा, लेकिन किसी को नही पता था कि आगे क्या होगा। टीम इंडिया जीत का सपना
देख रही थी लेकिन पाकिस्तान ने उम्मीद नही छोड़ी थी। फिर क्या था इसके बाद वो हुआ
जिसे देख सब हैरान रह गए।
टीम इंडिया चैंपियन बनने के इरादे से तो मैदान पर लौटी थी लेकिन एक
एक कर उसके खिलाड़ी पिच से वापस पवेलियन लौटने लगे। पारी की पहली ही
गेंद पर ओपनर गौरव धीमान बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। इसके बाद ये सिलसिला आम हो गया।
एक एक कर खिलाड़ी आते रहे और जाते रहे। पारी के दूसरे ओवर में गेंद अनवर अली के
हाथों में थी और निशाने पर थे चेतेश्वर पुजारा। फिर क्या था, अनवर अली ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। ओवर की पहली ही गेंद पर
पुजारा चलते बने, तीसरी गेंद पर
रोहित शर्मा भी निबट लिए और पांचवी गेंद पर अनवर ने तेहलान को भी चलता कर दिया।
टीम का स्कोर 2 ओवर में 8 रन और 4 विकेट था। 110 रनों का लक्ष्य भी
यहाँ से पहाड़ जैसा लगने लगा था, लेकिन ये तो अभी शुरुआत थी। अगले ही ओवर में
कप्तान रविकांत शुक्ला भी बोल्ड हो गए। टीम का स्कोर अभी भी 8 ही रन था। अगला ओवर
अनवर अली फिर लेकर आये और इस बार उनके निशाने पर देवब्रत दास आये। टीम का स्कोर अब
9 रन पर 6 विकेट हो गया था। इसके बाद बल्लेबाजी को उतरे रविंद जडेजा ने पीयूष
चावला के साथ सातवें विकेट के लिए 14 रन जैसे तैसे जोड़ लिए, और यहाँ पर भारत
का सातवां विकेट 23 रन पर गिर गया। इसके बाद चावला ने शाह के साथ आठवें विकेट के
लिए धारे धीरे 39 रन जोड़ लिए, और लगने लगा था टीम रो धोकर लक्ष्य तक पहुंच जाएगी।
62 के कुल स्कोर पर ये उम्मीद भी जबाब दे गयी। शाह 16 रन बनाकर आउट हो गए। अख्तर
अयूब ने 19वें ओवर में 2 विकेट लेकर भारत को 71 रन पर समेट दिया। पियूष चवला ने
नाबाद 25 रन बनाए।
पाकिस्तान की तरफ से अनवर अली ने 5 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने, चेतेश्वर पुजारा
को मैन ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड मिला।
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