भारत और श्रीलंका के बीच तीन टी20 मैचों
की सीरीज का दूसरा मैच आज इंदौर में खेला जाएगा। श्रीलंका को सीरीज में बने रहने
के लिये जोरदार खेल दिखाना होगा क्योंकि यह मैच उसके लिये करो या मरो का है।
गौरतलब है कि कटक में टी20 की सबसे बड़ी जीत दर्ज करके टीम इंडिया सीरीज़ में 1-0 की
बढ़त बना चुकी है। अब यहाँ दूसरे मुकाबले में उसकी नज़र सीरीज को अपने नाम करने पर
रहेगी। कहना गलत नही होगा कि दोनों टीमों का कोई मेल नही है लिहाजा रोहित शर्मा की
कप्तानी में भारत दूसरी अंतरष्ट्रीय सीरीज आसानी से अपने नाम कर सकता है।
इंदौर में मैच शाम 7 बजे से खेला जाएगा।
इंदौर में जल्दी ओस पड़ने की संभावना नही है। हालांकि पिच क्यूरेटर के मुताबिक पहले
गेंदबाजी करना टीम के लिए अच्छा साबित हो सकता है। टीम की बात करें तो रोहित शर्मा
शायद ही कोई परिवर्तन करें अपनी टीम में। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव लगातार
अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि पिछले मैच में हार्दिक पांड्या ने भी गेंदबाजी में
अच्छा प्रदर्शन किया है। बल्लेबाजी में लोकेश राहुल ने धवन की अनुपस्थिति में टीम
को मजबूत शुरुआत दी है। हालांकि पिछले मैच में रोहित फेल रहे थे। युवा श्रेयस
अय्यर लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं। वहीं धोनी का ऊपरी क्रम में आना तय है। ऐसी
स्थिति में मनीष पांडे और हार्दिक पांड्या को फिनिशर की भूमिका निभानी पड़ेगी।
पिछले मैच में मनीष ने बेहतरीन पारी खेली थी। अगर श्रीलंका की बात करें तो उसे यह मैच
जीतने के लिए अपने अनुभवी खिलाड़ियों से ही उम्मीद रखनी पड़ेगी। मैथ्यूज़, थरंगा और कप्तान परेरा को बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
मैदान में आंकड़े- पहली बार इंदौर के
होल्कर स्टेडियम में टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबला खेला
जाएगा, लेकिन ये मैदान टीम इंडिया के लिए जीत की गारंटी है। अब तक भारत ने
इंदौर में कुल 6 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले खेले हैं, और सभी के सभी 6 मैचों में टीम इंडिया के सिर जीत
का सेहरा बंधा है। अब तक इस मैदान पर 5 वनडे और एक टेस्ट खेला जा चुका है, आख़िरी बार सितंबर 2017 में भारत और ऑस्ट्रेलिया इस मैदान
पर आमने सामने थे, जहां कंगारुओं ने टीम इंडिया को
जीत के लिए 294 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया था और भारत ने उसे 5 विकेट के नुक़सान पर आसानी से हासिल कर लिया था। वंही इस साल भारत ने
अब तक 35 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले जीते हैं, और फ़िलहाल ऑस्ट्रेलिया के साथ टीम इंडिया संयुक्त रूप से दूसरे
स्थान पर है जबकि एक साल में सबसे ज़्यादा 38 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी ऑस्ट्रेलिया के
ही नाम है। भारत यह रिकार्ड तो नही तोड़ सकता लेकिन भारत के पास इस साल ऑस्ट्रेलिया से आगे निकलने का मौक़ा ज़रूर होगा।
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