दोनों ही टीम अब तक 32-32
बार एशेज सीरीज जीत चुकीं हैं। अब इस सीरीज में दोनों टीम एक दूसरे पे बढत बनाने की
कोशिश करेंगी। इस कारण ये सीरीज ज्यादा दिलचस्प भी रहेगी।
क्रिकेट में
भारत-पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के मुकाबले जब होते हैं तो पूरी दुनिया की
नजरें इन मैचों पर होतीं हैं। भारत और पाकिस्तान आपस में क्रिकेट सीरीज कर्इ सालों
से नही खेल रहें है, हालांकि आर्इसीसी टूर्नामेंट में दोनों देश मैच खेलते हुये
दिख जाते हैं लेकिन दुनिया का सबसे पुराना और प्रसिद्ध क्रिकेट टूर्नामेंट ऐशेज पिछले 135 साल से लगातार खेला जा रहा है। चिर
प्रतिद्वंदियों ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की बीच खेले जाने वाला यह टूर्नामेंट ना सिर्फ
क्रिकेट की बल्कि खेलों की दुनिया के ऐतिहासिक और कड़ी प्रतिस्पर्धाओं में से एक
है। सालों से दोनों देशों के प्रतिभाशाली खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन कर
अपना नाम इतिहास की किताब में दर्ज कराते आ रहे हैं। एशेज में खिलाड़ियों द्वारा
किया गया प्रदर्शन उनकी महानता का पैमाना माना जाता है। इस टूर्नामेंट में
प्रतिस्पर्धा और प्रतिद्वंदिता इतने उच्च स्तर पर होती है कि एक सामान्य खिलाड़ी
भी प्रेरित होकर अभूतपूर्व प्रदर्शन करता है। इस सीरीज में अगर कोर्इ खिलाडी
साधारण प्रर्दशन भी करता है तो भी वह खिलाडी एक सामान्य खिलाड़ी नही रहता है
क्योकि इस सीरीज में किसी खिलाडी के लिये खेलना ही बडी बात है। यही कारण है कि
दोनों टीमस् के सिलेक्टर्स के लिये एशेज के लिए सर्वश्रेष्ठ एकादश का चयन करना एक
चुनौती और सिर दर्द से भरा काम रहता है। उनके मन में हमेशा डर बना रहता है कि
कोर्इ बडा खिलाड़ी इस एकादश से बाहर ना हो जाए।
ऑस्ट्रेलिया
और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की एशेज सीरीज का पहला मैच 23 नवंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के लिये कप्तान के
तौर पर स्टीव स्मिथ की ये पहली एशेज श्रृंखला है, उधर इंग्लैंड के लिए भी
एशेज में कप्तानी का दारोमदार पहली बार जो रूट के कंधो पर होगा और ऐसे में सभी की निगाहें उन्हीं दोनों पर
होंगीं। दोनों टीम अब तक 32-32 बार एशेज सीरीज जीत चुकीं हैं। इस सीरीज में दोनों
टीम एक दूसरे पे बढत बनाने की कोशिश करेंगी। इस कारण ये सीरीज ज्यादा दिलचस्प भी रहेगी।
विशेषज्ञों के अनुसार जीत का दावेदार ऑस्ट्रेलिया को ही माना
जा रहा है। कारण इग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम ख़ासा अनुभवी नहीं है,
टीम में अनुभवी ख़िलाड़ी एलिस्टर कुक और रूट ही हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अभी अपनी टीम नही चुनी है लेकिन ऑस्ट्रेलिया
की गेंदबाजी में मिचेल स्टार्क, जोश
हेजलवुड और पैट कमिंस जैसे नाम शामिल हैं, जो पहली
बार टेस्ट क्रिकेट में एक साथ मैदान पर नजर आ सकते हैं और इग्लैंड के लिये मुसीबत बन सकते हैं। इग्लैंड के सेलेक्टर्स
नें जो रूट, एलिस्टेयर कुक, मार्क स्टोनमैन, डेविड मलान, गैरी बैलेंस, जेम्स विन्स, मोईन अली, मेसन क्रेन, बेन फोक्स
(विकेटकीपर), जोनी बैर्स्टो (विकेटकीपर), बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन, जेक बाल, क्रेग ओवर्टन को
सीरीज के लिये चुना है, जोकि कम अनुभवी दिखायी पडती है।
एशेज में आंकडे- गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की एशेज सीरीज का पहला मैच 23 नवंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा। यह 70वीं एशेज सीरीज होगी।
इससे पहले दोनों टीमों के बीच पहली एशेज सीरीज सन 1882 में खेली गयी थी जिसे
इग्लैंड ने 2-1 से जीती थी। तब से अब तक दोनों के बीच 69 बार सीरीज खेली गयी है।
जिसमें दोनों ही टीम अब तक 32-32 बार एशेज सीरीज जीत चुकीं हैं जबकि 5 बार ड्रा
रही है। इस
ऐतिहासिक
सीरीज में सबसे ज्यादा रन महान बल्लेबाज डान ब्रैडमैन (5028 रन, 90
की औसत से) ने 37 मैचो में बनायें हैं। इनमें 19 शतक और 12 हाफसेंचुरी हैं। शतकों
में 334 रनों की पारी भी शामिल हैं। जबकि इंग्लैंड के लिये जैक होब्स (3636 रन, 54
की औसत से) नें 41 मैचो में बनायें हैं। इनमें 12 शतक और 3 हाफसेंचुरी शामिल हैं।
गेंदबाजी में शेन वार्न ने सबसे ज्यादा 195 विकेट 36 मैचो में लिये हैं जबकि
इंग्लैंड के लिये इयान बौथम ने 128 विकेट 32 मैचो में हासिल किये हैं।
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