इतिहास के आंकड़ों से लेकर वर्तमान की हर
परिस्थिति तक, सभी कुछ भारत के खिलाफ है। बाबजूद इसके टीम इंडिया सीरीज जीतने का
दम भर रही है। इसकी वजह है अंतिम टेस्ट में जीत मिलना। निश्चित तौर पर जीत से टीम
में आत्मविश्वास आया होगा लेकिन ये जीत गेंदबाज़ों ने दिलायी है और गेंदबाज़ों का
प्रदर्शन तो पूरी सीरीज में शानदार रहा है। हालात तो बल्लेबाजी में खराब हैं। भारत
की बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही है और बल्लेबाजों का प्रदर्शन देखकर तो जीत वनडे में भी
मिलती नही दिख रही है। जिस मैदान पर पहला मैच होना है, अगर वहां
के आंकड़ों पर नज़र डालें तो मामला साफ हो जाता है कि वनडे सीरीज में जीत की उम्मीद
रखना बेईमानी है।
आपको बता दें कि डरबन में भारत का रिकॉर्ड बेहद
खराब है। एक नजर डरबन के किंग्समीड मैदान पर आप भी डाल लीजिए। सारा माजरा आपको भी
समझ आ जायेगा।
यहां भारत ने कुल 9 मैच खेले हैं, जिनमें
से सिर्फ 2 मैच ही जीते हैं। ये जीत भारत को केन्या और इंग्लैंड के खिलाफ मिली है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए 7 मैचों में भारत को 6 में हार मिली है जबकि एक
बेनतीजा रहा है।
मतलब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस मैदान पर जीत
का खाता भी नही खुला है। जीत का प्रतिशत शून्य है।
डरबन में भारत के प्रदर्शन पर एक नजर-
इस मैदान पर भारत का उच्चतम स्कोर केन्या के
खिलाफ 270/4 है। जो उसने 2003 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में बनाया था।
इस मैदान पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत का
सर्वोच्च स्कोर 234/10 है जबकि न्यूनतम स्कोर 91 है।
भारत ने यहाँ सबसे बड़ी जीत केन्या के खिलाफ 91
रन से हासिल की है ।
डरबन में भारत के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले
बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं। सचिन ने डरबन में 8 मैचों में सबसे ज्यादा 292 रन
बनाए हैं। मौजूदा टीम में महेंद्र सिंह धोनी ने 3 मैचों में सबसे ज्यादा 58 रन
जबकि विराट कोहली ने 2 मैचों में 54 रन बनाए हैं।
डरबन में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के अलावा
कोई भी भारतीय बल्लेबाज शतक नही लगा सका है। गांगुली ने 2003 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल
में 111 रन की पारी खेली थी।
गेंदबाजी में सर्वाधिक विकेट 3 मैचों में 9
आशीष नेहरा ने लिए हैं जबकि मोहम्मद शमी 3 और रोहित शर्मा 2 विकेट ले चुके हैं।
आंकडे आपके सामने हैं, भारत का मौजूदा प्रदर्शन
भी आपके सामने हैं, कहना गलत नही होगा कि कम से कम पहला मैच तो बेहद मुश्किल होने
बाला है।
बेशक दुनिया भर के गेंदबाजों को नचाने वाली
भारत की बल्लेबाजी विश्व भर में मजबूत मानी जाती है लेकिन भारत के बल्लेबाज इस समय
अफ्रीका की तेज पिचों पर खुद नाच रहे हैं। मौजूदा प्रदर्शन और आंकड़ो को देखकर जीत
कठिन लगती है। जीतने के लिए चमत्कार करना होगा और जरूरत से ज्यादा करना होगा। लेकिन
आज रात तक ये भी साफ हो जाएगा कि भारत में सीरीज जीतने का दम है या दावे सिर्फ हवाहवाई
हैं।
पहला मैच 4:30 p m पर शुरू होगा।
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