भारत ने कल हुये सीरीज के पांचवे एकदिवसीय मैच
में साउथ अफ्रीका को 73 रनों से हरा दिया है। जीत के हीरो रोहित शर्मा
रहे हैं, जिन्होंने शानदार शतक लगाया। कुलदीप ने भी 4 विकेट लिये।
6 मैचों की सीरीज में भारत को 4-1
की अजय बढ़त हासिल है। साथ ही टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका की धरती पर पहली बार कोई
द्विपक्षीय सीरीज जीती है। भारत ने यह उपलब्धि साउथ अफ्रीका को ही हराकर हासिल की
है।
महेंद्र सिंह धोनी और सौरव गांगुली जैसे
कप्तानों की देख रेख में टीम इंडिया कभी ये करिश्मा नही कर पायी लेकिन विराट कोहली
की कप्तानी में टीम ने पहली बार वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया है। बेशक जीत का
श्रेय कप्तान विराट कोहली के ही दिया जा रहा है, लेकिन अगर हम कहें कि टीम इंडिया
ने ये जीत किसी और वजह से हासिल की है तो आपको हैरानी जरूर होगी।
विराट का प्रदर्शन वनडे सीरीज में शानदार रहा
है, लेकिन विराट का प्रदर्शन टेस्ट में भी बेहतरीन था। मगर टेस्ट में भारत हार गया
था, क्योंकि उसके पास ये जोड़ी नही थी। टेस्ट में अनुभवी पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह
धोनी नही थे। धोनी के अलावा जिस जोड़ी की हम बात कर रहे हैं, वो भी उस
टेस्ट सीरीज में नही थी।
इस जोड़ी के बारे में आपको बताएं, उससे
पहले आपको ये बता दें कि भारत को एकदिवसीय सीरीज में जीत अपने गेंदबाज़ों के बलबूते
मिली है।
जी हां आपको बता दें कि भारत ने ये जीत
गेंदबाज़ों के दम पर हासिल की है। टेस्ट में तेज गेंदबाजों ने अपना कहर बरपाया, तो
वनडे में स्पिनरों ने अपनी धाक जमाई।
विदेशी दौरों पर भारत की हालत खस्ता रहती है,
क्योंकि विदेशी धरती पर भारत के गेंदबाज बेअसर साबित होते हैं। इस दौरे से पहले भी
टीम के गेंदबाज़ों से यही उम्मीद की जा रही थी लेकिन इन गेंदबाज़ों ने उम्मीद के
विपरीत प्रदर्शन किया और भारत को कामयाबी दिलायी।
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में विराट कोहली ने
सबसे ज्यादा रन बनाए थे। भारत सीरीज तो हार गया था, लेकिन भारत ने अपने तेज गेंदबाज़ों
के दम पर साउथ अफ्रीका को कड़ी टक्कर दी। यही नही शुरुआत के दो मैच हारने के बाद
भारत ने तीसरा टेस्ट भी शानदार ढंग से जीत लिया। तीसरा टेस्ट भारत ने अपने
गेंदबाज़ों के दम पर ही जीता था।
टेस्ट सीरीज के बाद वनडे सीरीज में भी भारतीय
गेंदबाजों का कमाल जारी है। टेस्ट की तरह वनडे में भी विराट कोहली अब तक सबसे
ज्यादा रन बना चुके हैं, लेकिन वनडे में तेज गेंदबाज़ों की जगह स्पिनरों ने अपनी
धाक जमाई है, और अपनी टीम को जीत दिला रहे हैं।
स्पिनरों की बात करें तो स्पष्ट हो जाता है कि
जीत विराट कोहली नही बल्कि भारतीय स्पिन जोड़ी दिला रही है। ये बात हम नही आंकड़े
कह रहे हैं।
6 मैचों की सीरीज में अभी तक 5
मैच खेले गए हैं। इन 5 मैचों में भारत ने 4 में जीत
दर्ज की है जबकि एक मैच भारत हार गया है। इस हारे हुये मैच में हार का कारण बारिश
रही है। अगर बारिश ना होती तो ये मैच भी भारत जीत जाता। इसके विपरीत अगर ये कहा
जाये कि उस मैच में कुलदीप यादव और यजुर्वेद चहल अपना असर नही दिखा सके इसलिए भारत
हार गया। तो ये कहना भी गलत नही होगा। मैच में कुलदीप ने 6 ओवरों मे
51 और चहल ने 5.3 ओवरों में 68 रन लुटा
दिए। एक समय मैच भारत की पकड़ में था लेकिन इन दोनों के घटिया प्रदर्शन के चलते
भारत मैच हार गया।
सीरीज के अन्य मैचों पर नज़र डालेंगे तो साफ हो
जाता है कि दोनों गेंदबाज़ों ने शानदार गेंदबाजी की है और अपनी टीम को जीत दिलाई
है।
अब तक खेले गए पांच मुकाबलों में कुलदीप यादव
सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। कुलदीप ने सबसे ज्यादा 16 विकेट
हासिल किए हैं। इस दौरान उन्होंने 185 रन खर्च किये। कुलदीप का औसत 11.56
और इकॉनमी 4.51 का रहा।
कुलदीप यादव के अलावा यजुवेंद्र चहल सीरीज के
दूसरे सफल गेंदबाज रहे हैं। चहल ने 14 विकेट हासिल किए हैं, और
इसके लिए उन्होंने 224 रन खर्च किये।
साफ है कि दोनों स्पिनर ने अब तक 30
विकेट हासिल किए हैं। जिससे भारत को इतिहास रचने में काफी मदद मिली है। टेस्ट में
तेज गेंदबाजों ने अपना कहर बरपाया तो वनडे में स्पिनरों ने अपनी धाक जमाई।
बल्लेबाजी में विराट कोहली और शिखर धवन का
प्रदर्शन भी सराहनीय है, लेकिन जीत के असली नायक कुलदीप यादव और
यजुवेंद्र चहल रहे हैं।
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