भारत दौरे पर आयी ऑस्ट्रेलियाई टीम के ऊपर सीरीज में हार का ख़तरा मंडरा रहा है लेकिन इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के लिए एक अच्छी खबर आई है। टीम के विस्फोटक बल्लेबाज आरोन फिंच टीम इंडिया के खिलाफ इंदौर में होने वाले तीसरे वनडे मैच में खेल सकते हैं। बता दें कि वनडे सीरीज के पहले दो मैचों में फिंच मांसपेशियों में खिंचाव के कारण नहीं खेल पाए था जिसका खामियाजा ऑस्ट्रेलिया टीम को हारकर भुगतना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया, इंदौर वनडे में आरोन फिंच की वापसी को लेकर बेताब है। फिंच ने शनिवार को इंदौर वनडे से पहले नेट्स पर अभ्यास भी किया। फिंच के जोड़ीदार डेविड वॉर्नर ने भी उम्मीद जताई कि फिंच रविवार को उनके साथ पारी का आगाज करने के लिए फिट हो जाएंगे। ऑस्ट्रेलियाई टीम में फिंच की वापसी से ऑस्ट्रेलियाई ओपनिंग जोड़ी और मजबूत हो जाएगी क्योंकि डेविड वॉर्नर के साथ उनके नए ओपनिंग पार्टनर हिल्टन कार्टराइट टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दे पा रहे है। पहले दो वनडे मैचों में हिल्टन कार्टराइट का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। कार्टराइट ने दो वनडे मैचों में 2 रन ही बनाए हैं।
भारत की बात करें तो शुरूआती दो मैचों की तरह इंदौर वनडे में भी उसका पलड़ा भारी है। इस सीरीज में 2-0 की बढ़त दिलाने में उसके बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण का खास योगदान है। दोनों मैचों में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को आसान लक्ष्य से वंचित रखा है। ऑस्ट्रेलिया को खासकर भारत के दो स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को खेलने में परेशानी हो रही है। कुलदीप-चहल ने मिलकर सीरीज में अब तक कुल 10 विकेट अपने नाम किए हैं। कुलदीप ने कोलकाता में खेले गए दूसरे मैच में हैट्रिक भी ली थी। वहीं भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने भी अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। यह दोनों शुरुआती ओवरों में टीम को सफलता दिलाते हैं और अंतिम के ओवरों में रन बचाते हैं। ऐसे में कप्तान विराट कोहली एक बार फिर अपनी गेंदबाजी पर ज्यादा निर्भर रहेंगे। अगर बल्लेबाजी की बात करें तो यहाँ भारत के लिए थोड़ा सोचने की जरूरत है क्योंकि बल्लेबाजों ने शुरुआती दो मैचों में निराश किया है। पहले मैच में महेंद्र सिंह धोनी और हार्दिक पंड्या ने टीम को जैसे तैसे बचाया तो दूसरे मैच में कोहली और अजिंक्य रहाणे के अलावा कोई और बल्लेबाज पिच पर ज्यादा देर नही टिक सका। शिखर धवन के जाने के बाद रोहित शर्मा, केदार जाधव, मनीष पांडे के बल्लों का खामोश रहना टीम की परेशानी है। लेकिन कोहली और शास्त्री इंदौर वनडे में किसी तरह के फेरबदल टीम में शायद ही पसंद करें। उधर ऑस्ट्रेलिया के लिए भी एक तरह से बल्लेबाजों का ना चल पाना सबसे बड़ी चिंता है। दोनों मैचों में उसके गेंदबाजों ने तो अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन बल्लेबाज आसान से लक्ष्य के सामने ढेर हो गए। वॉर्नर बल्ले से नाकाम रहे हैं। टीम के लिए वॉर्नर का चलना बेहद जरुरी हो गया है। सीरीज में वापसी के लिए ऑस्ट्रेलिया को हर हाल में यह मैच जीतना होगा। पिछले मैच में कप्तान स्टीव स्मिथ और मार्कस स्टोइनिस ने जरूर अर्धशतक जड़े थे, लेकिन वह टीम को जीत दिलाने के लिए नाकाफी थे।
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